अगर हम तिरंगे के शीर्ष पर सुशोभित केसरिया रंग की बात करें तो यह ग्रहों के राजा सूर्य का रंग है। सूर्य को आत्मा, आत्मविश्वास, सफलता, प्रगति और तेजस्विता का कारक माना जाता है। ज्योतिष की दृष्टि से यह रंग हमें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ाता है। साथ ही हमें ऊर्जा भी देता है. यह हमारे लोकतंत्र को मजबूत करता है। ये भगवा रंग का ही असर है कि भारत का लोकतंत्र मजबूत हो रहा है. इसके साथ ही यह धर्म और त्याग का भी सूचक है, जिसके कारण लोग देश प्रेम के लिए अपनी जान देने को तैयार रहते हैं।

सफेद रंग शांति का प्रतीक है. ज्‍योतिष में सफेद रंग का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से है. चंद्रमा मन, सौम्‍यता, माता का कारक है, वहीं शुक्र भौतिक सुख, धन, सौंदर्य, कला का कारक है. सफेद रंग हमें शांति, भाईचारे, प्रेम का संदेश देता है. इसलिए हमारा देश इतनी भिन्‍नताओं के बाद भी एक है.

हरा रंग बुध ग्रह से संबंधित है। यह बुद्धि, तर्क, व्यापार, स्वभाव और प्रगति का रंग है। हरा रंग हमारी कूटनीति को मजबूत करता है, हमें बुद्धि और कौशल से दुनिया पर शासन करने की ओर ले जाता है। व्यापार बढ़ता है. साथ ही प्रकृति से रिश्ता भी. मजबूत करने की प्रेरणा देता है.

वहीं तिरंगे में नीले रंग से बना अशोक चक्र भी बहुत महत्वपूर्ण संदेश देता है। नीला रंग शनिदेव से संबंधित है। शनि न्याय और जनता के देवता हैं। यह रंग देश में न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत बनाता है। साथ ही जनता के सहयोग और समर्थन से देश आगे बढ़ता है।